पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार में रैनबो एकेडमी को मिली भारतीय शिक्षा बोर्ड से हाई स्कूल की मान्यतापौड़ी जिले का पहला विद्यालय जिसे भारतीय शिक्षा बोर्ड से मिली है हाईस्कूल की मान्यता,,,।

पूर्णतया वैज्ञानिक सनातन परंपरा से अंग्रेजी माध्यम से संचालित है विद्यालय
विद्यालय पूर्णतया कम्प्यूटराईज्ड लैब से सुसज्जित व बोर्ड के के कठोर मानकों में संचालित
गढ़वाल मंडल मंडल स्वामी रामदेव के आचार्यकुलम विद्यालय के बाद कोटद्वार में रैनबो एकेडमी संचालित
रैनबो एकेडमी के शिक्षकों व मैनेजमेंट को भारतीय शिक्षा बोर्ड से समय-समय पर प्रशिक्षण सुविधा
शिक्षक छात्र व अविभावकों को सनातन संस्कृति और आधुनिक वैज्ञानिक शिक्षा के साथ भारतीय संस्कार के लिए नव भारत, संस्कारवान भविष्य व संस्कारित अविभावक शिक्षक की कल्पना
कोटद्वार/पौड़ी गढ़वाल *** “शिक्षा दान महादान” भारतीय सनातन संस्कृति में गुरु शिष्य के रिश्ते को सबसे पवित्र और महान रिश्ते की मान्यता प्राप्त है। वर्तमान मैकाले शिक्षा व्यवस्था ने इस पवित्र और महान रिश्ते को आधुनिकता की मोहर लगा कर विकृत कर दिया है। ग्लोबल शिक्षा के नाम पर शैक्षिक पाठ्यक्रमों से राजनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए जमकर छेड़छाड़ करते हुए भारतीय सनातन संस्कृति को विकृत करने का काम किया जा रहा है।
ऐसे में स्वामी रामदेव द्वारा भारत के विभिन्न क्षेत्रों जैसे साहित्य आईटी, संस्कृति, भाषा विशेषज्ञों, इतिहासकारों, वैज्ञानिकों, गणितज्ञों वैदिक ज्योतिष व योग विशेषज्ञों की मदद से भारतीय शिक्षा बोर्ड का गठन और पाठ्यक्रम तैयार किया। 2023 में भारत सरकार ने भारतीय शिक्षा बोर्ड को शिक्षा संचालित करने वाले संस्थानों जैसे सीबीएसई, आईसीएसई, राज्य बोर्डो की तरह शिक्षा संस्थानों को मान्यता देने की अनुमति प्रदान की थी।इस बोर्ड में सर्वप्रथम हरिद्वार में संचालित आचार्य कुलम विद्यालय की मान्यता मिली। उसके बाद देश के विभिन्न राज्यों में भारतीय शिक्षा बोर्ड द्वारा विद्यालयों को मान्यता दी जाने लगी है।
भारतीय शिक्षा बोर्ड की सबसे बड़ी विशेषता इसके पाठ्यक्रमों में पुस्तकों के नाम भारतीय नक्षत्रों के नाम से,कक्षा कक्षों के नाम भारतीय ऋषियों/स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों/श्रेष्ठ विद्वानों व भारतीय भाषाओं के साथ विदेशी भाषाओं को भी पाठ्यक्रम में अनिवार्य रूप में शिक्षण करने का है। इसके साथ शारीरिक शिक्षा में योग, प्राणायाम,देशी खेलों को भी प्रोत्साहित करना है।
पौड़ी जिले के कोटद्वार में भी हरसिंगपुर में रैनबो एकेडमी को पहले भारतीय शिक्षा बोर्ड ( बीएसबी) से हाई स्कूल की मान्यता मिलने से विद्यालय प्रबंधन से लेकर अविभावकों, शिक्षकों विद्यार्थियों में खुशी की लहर दौड़ गई। विद्यालय के संरक्षक हरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि उनका सपना था कि वे कोटद्वार में शिक्षा व्यवस्था में ऐसा परिवर्तन लाएं जिससे विद्यार्थियों में भारतीय सनातन संस्कार हो, शिक्षकों में विद्यार्थियों को श्रेष्ठ से श्रेष्ठतर शिक्षा देने का जुनून हो व अविभावकों को अपने नौनिहालों को भविष्य का श्रेष्ठ नागरिक और माता-पिता व गुरुजनों का सम्मान करने वाला बच्चे मिले। गौरतलब है हरेंद्र नेगी 1995 से कोटद्वार में माडर्न पब्लिक स्कूल के नाम से विद्यालय संचालित कर रहे हैं।
हरेंद्र नेगी के सपनों को साकार किया उनके होनहार आईटी क्वालीफाईट प्रोफेशनल पुत्र मोहित नेगी और उनकी पुत्रवधू प्रियंका नेगी ने 2022 में कोटद्वार के हरसिंगपुर में रैनबो एकेडमी की स्थापना करके। प्रारम्भ में विद्यालय प्राथमिक से जूनियर हाईस्कूल तक उत्तराखंड शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त होकर संचालित था। वर्तमान में 2025-26 सत्र से विद्यालय भारतीय शिक्षा बोर्ड से संचालित होगा। प्रधानाचार्य मोहित नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय शिक्षा बोर्ड स्वामी रामदेव जी के विद्ववत मंडली के विद्वानों के दिशा निर्देशन में ग्लोबल शिक्षा प्रणाली और भारतीय सनातन संस्कृति की गुरुकुल शिक्षा प्रणाली को मिलाकर विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य और संस्कार परक शिक्षा के उद्देश्य से पाठ्यक्रम तैयार किया है जिससे विद्यार्थियों को भविष्य में आत्मविश्वास के साथ आत्मनिर्भरता का अहसास भी होगा।
विद्यालय की काऊंसलर और शिक्षिका प्रियंका नेगी ने बताया कि रैनबो स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों ने विद्यालय को भारतीय शिक्षा बोर्ड से मान्यता मिलने के बाद निर्णय लिया है भविष्य में वे सभी एकजुट होकर विद्यालय में पढ़ने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को सफल, श्रेष्ठ,और आत्मनिर्भर बनाने के संस्कारवान भी बनाएंगे जिससे न हम विद्यार्थियों को भूल सकें न विद्यार्थी और अविभावक। उनका पूर्ण प्रयास होगा कि भारतीय शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम से शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थी ग्लोबल स्तर पर ध्रुव तारे के समान चमकें। वहीं प्रियंका नेगी ने भारतीय शिक्षा बोर्ड के मान्यता प्रबंधन कमेटी को भी धन्यवाद प्रेषित करते हुए कहा कि जिस प्रकार बोर्ड ने रैनबो एकेडमी प्रबंधन पर भरोसा जताया है वह भी बोर्ड की गाइडलाइंस को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ बोर्ड के नियमों पर सही साबित करेंगे।
विद्यालय को मान्यता मिलने पर विद्यालय में हर्षोल्लास के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुर्कंडा शक्तिपीठ के पीठाधीश्वर आचार्य गुरु विजय बेंजवाल थे। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं, कर्मचारियों ने सहयोग किया तो छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से खुशियों में चार चांद लगाने का काम किया।