जिला स्तरीय पत्रकार स्थायी समिति की बैठक का लंबे अंतराल बाद आयोजन,,,।

प्रत्येक छः माह में जिला पत्रकार सम्मेलन आयोजित करने के निर्देश
पौड़ी गढ़वाल/उत्तराखंड*** जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पत्रकार स्थायी समिति की बैठक आयोजित की गयी। इस अवसर पर पत्रकारों ने जिलाधिकारी के साथ विभिन्न मामलों पर चर्चा की।
सोमवार को जिला कार्यालय स्थिति एनआईसी कक्ष में जिला स्तरीय पत्रकार स्थायी समिति की बैठक में जिला सूचना अधिकारी/सदस्य सचिव योगेश पोखरियाल ने पत्रकारों का स्वागत करते हुए बैठक का एजेण्डा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देशों के क्रम में पत्रकारों के उत्पीड़न प्रकरणों के निस्तारण व शासन-प्रशासन की उपलब्धियों को प्रभावी ढंग से प्रचारित-प्रसारित करने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पत्रकार स्थायी समिति का गठन किया जाता है। जिला सूचना अधिकारी ने समिति के सदस्यों से अनुरोध किया कि यदि पत्रकारों के उत्पीड़न सम्बन्धी कोई मामला संज्ञान में है तो समिति के समक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं। सदस्यों ने कहा कि वर्तमान में जिले में पत्रकारों के उत्पीड़न की कोई शिकायत नहीं है।
जिलाधिकारी ने कहा कि कि समाज में कुछ लोग अपने प्रयासों से स्वरोजगार कार्य कर रहे हैं, ऐसे लोगों को सामने लाने में मीडियाकर्मी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। मीडियाकर्मियों की मदद से सम्बन्धित लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ देकर और अधिक मजबूत किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार आमजनता के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही है, इसका लाभ लेकर कई लोग मिसाल बन चुके है। सभी पत्रकार ऐसे लोगों को अपने प्रतिष्ठित मीडिया माध्यमों में प्रमुखता से स्थान दें तो अन्य लोग भी उनसे प्रेरणा ले सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा किपत्रकारों के संज्ञान में यदि कोई संवेदनशील मामला आता है तो वह उन्हें सीधे सूचित कर सकते हैं।
पत्रकार सदस्यों ने कहा कि पौड़ी जिले में पर्यटन के लिहाज से कई महत्वपूर्ण स्थल है, जिन्हें पर्यटन मानचित्र पर स्थान नहीं मिल पाया है। ऐसे स्थलों को विकसित करने और प्रचारित-प्रसारित करने की आवश्यकता है। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के पर्यटक स्थलों, मंदिरों के प्रचार प्रसार हेतु आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जिले में भाषा और साहित्य प्रोत्साहित करने के लिए कवि सम्मेलनों एवं अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए। पत्रकार और लेखक साहित्यिक झुकाव होने के कारण इसमें सक्रिय भूमिका निभा सकते है।
पत्रकार सदस्यों द्वारा दिए गए सुझाव पर जिलाधिकारी ने जिला सूचना अधिकारी को निर्देश दिये कि प्रत्येक 06 माह में पत्रकार सम्मेलन का आयोजन करवाना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने पत्रकार समिति की बैठक को नियमित रूप से आयोजित करवाने के भी निर्देश दिए।