जल जीवन मिशन की अधूरी योजनाएं जल्द पूर्ण करें:जिलाधिकारी,,,।


जलापूर्ति में लापरवाही बर्दाश्त नहीं, पानी की शिकायतों का त्वरित करें निस्तारण
पौड़ी गढ़वाल/उत्तराखंड*** जल जीवन मिशन के तहत जनपद में संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा को लेकर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में एनआईसी कक्ष में बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिये कि पेयजल योजनाओं में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अधूरी योजनाओं को तत्काल प्राथमिकता पर पूर्ण किया जाय।
बैठक में जानकारी दी गयी कि जनपद में कुल 2590 योजनाएं संचालित हैं, जिनमें से 26 योजनाएं अभी भी अधूरी हैं। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को कहा कि इन योजनाओं में छोटे कार्यों की वजह से जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे कार्यों को तत्काल पूर्ण किया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि सभी योजनाओं की टाइमलाइन भी निर्धारित की गई है। उक्त के बाद कोई हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन अनिवार्य रूप से कराने के निर्देश भी दिये।
जिलाधिकारी ने जल संस्थान व जल निगम के अधिशासी अभियंताओं को निर्देशित किया कि छोटे-छोटे कार्यों की वजह से कई स्थानों पर जलापूर्ति प्रभावित हो रही है। ऐसे सभी कार्यों को प्राथमिकता देकर शीघ्र पूर्ण किया जाय। उन्होंने कहा कि जहां-जहां कनेक्शन दिए गए हैं, वहां पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाय। इसके साथ ही 26 अपूर्ण योजनाओं के मामले में वैकल्पिक पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था करने को भी कहा। साथ ही उन्होंने कहा कि उपजिलाधिकारियों के माध्यम से भी जल जीवन मिशन को योजनाओं का निरीक्षण कराया जाएगा।
जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे “हर घर जल” प्रमाणन की प्रक्रिया को तेज करें। क्षेत्रीय निरीक्षण को अधिक प्रभावी बनाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि योजनाओं की समयसीमा तय कर कार्यों को निर्धारित अवधि में पूर्ण करें। उन्होंने पेयजल से जुड़ी जन शिकायतों का तत्काल समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने कहा कि वन विभाग के समन्वय से संचालित योजनाओं को शीघ्र पूर्ण किया जाय और आपदा प्रभावित क्षेत्रों में विशेष ध्यान दें। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि धनाभाव को कार्यों में बाधा नहीं बनने दिया जाय। उन्होंने पीएम गतिशक्ति पोर्टल पर पाइपलाइन की दूरी से संबंधित आंकड़ों को शीघ्र अपडेट करने के निर्देश भी दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता प्रवीण सैनी, जल निगम के अधीक्षण अभियंता मो. मीशम, एसडीओ वन विभाग आयशा बिष्ट, जल संस्थान कोटद्वार के अधिशासी अभियंता अभिषेक मिश्रा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।